1.

जैनधर्म के क्रमिक पतन के कारणों में निम्न में कौन-सा उत्तरदायी कारण नहीं था ?

A. हिन्दू धर्म आत्मसातकारी शक्ति
B. विदेशी आक्रान्ताओं और अन्य लोगों द्वारा उनके मंदिरों का विनाश
C. उनके नैतिक धर्म संहिता का अतिवाद तथा धार्मिक अनुशासन
D. दक्षिण में शैव और वैष्णव संतों का प्रभाव और उनकी लोकप्रियता
Answer» D. दक्षिण में शैव और वैष्णव संतों का प्रभाव और उनकी लोकप्रियता


Discussion

No Comment Found

Related MCQs