1.

इस पद्य को ध्यान से पढ़ें और नीचे दिए गए प्रश्न का उत्तर दें:“जिसने मरना सीख लिया है जीने का अधिकार उसी को।जो काँटों के पथ पर आया, फूलों का उपहार उसी को।हँस-हँसकर इक मस्ती लेकर, जिसने सीखा है बलि होना।अपनी पीड़ा पर मुस्काना, औरो के कष्टों पर रोना।जिसने सहना सीख लिया है, संकट है त्यौहार उसी का।”प्रश्न: इस कविता का उपयुक्त शीर्षक दीजिये?

A. मुस्काना
B. कांटे
C. जीने की कला
D. त्यौहार
Answer» D. त्यौहार


Discussion

No Comment Found